पर्यायवाची शब्द

                                                   पर्यायवाची शब्द


 

समान अर्थ प्रकट करने वाले को शब्दो पर्यायवाची शब्द कहते हैं इसका प्रयोग करते समय क्या ध्यान रखना चाहिए एक ही अर्थ को बताने वाले अनेक शब्द पर्यायवाची शब्द कहते है  जैसा अग्नि आग पावक अनल आदि पर्यायवाची है.

 

पर्यायवाची शब्द का प्रयोग करते समय बड़ी सावधानी की आवश्यकता होती है .क्योंकि यह आवश्यक नहीं की जो प्रसंग में एक शब्द दिया जा रहा है इस प्रसंग में उसका पर्यायवाची प्रयुक्त हो सके जैसे मेरी इच्छा है में विदेश जाऊं इस वाक्य में यदि इच्छा शब्द का पर्यायवाची कामना प्रयोग किया जाए तो अनुचित  होगा

 

 हिंदी में कहे जाने वाले पर्यायवाची शब्द

 

 

अग्नि -      अनल पावक आग वहनी हुतसन कृशानु

अमृत -     सुधा पीयूष सोम अमी अमिय

अजेय - अजित अपराजेय अपराजिता

असुर  -          दैत्य दानव राक्षस निशाचर दनुज

अंधकार  -   तिमिर अंधेरा तम ध्वनात

अतिथि   -        अभ्यागत आंगतुक मेहमान

अहंकार  -          दर्प दंभ घमंड अभिमान

आकाश   -         गगन नभ व्योम अम्बर अंतरिक्ष

आभूषण   -       अलंकार भूषण गहना

आम    -        रसाल पिक आम्र अमृतफल

इंद्र          -    सुरेश सुरेंद्र सुरपति देवराज देवेंद्र

किनारा   -         तट तीर कूल कगार पुलिन

गज        -         हाथी हस्ती नग वारण दविप मतंग कुंजर

गंगा    -        भागीरथी सुरसरि सिरसरिता मंदाकिनी सुरनदी

 

गणेश     -        लंबोदर गजवंदन गजानन विनायक मोदकप्रिय

नारी       -        महिला स्त्री अबला रमणी ललना

पवन      -        वायु अनिल वात मारुत समीर हवा

हनुमान   -       पवनसुत कपीश्वर महावीर मारुति अंजनिपुत्र

 

 

विपरितार्थ शब्द

 

 

जिन शब्द से किसी शब्द का उल्टा अर्थ निकलता हो उसे विपरितार्थ शब्द कहते है विपरीत का दूसरा अर्थ विलोम है  अर्थात उल्टा कुछ शब्दों के विलोम होते है परंतु हरेक शब्द का विलोम नही होता विलोम में यह ध्यान रखना चाहिए कि  यदि शब्द संस्कृत का है तो विलोम भी संस्कृत अर्थात तत्सम ही होगा

 जैसे - शीत का गरम गलत होगा और उष्ण ठीक।

 इसी प्रकार हीरो का विलेन बनेगा क्योंकि हीरो शब्द अंग्रेजी का है।

 

 

 

शब्द     - विलोम

अकर्मक  -  सकर्मक

अनंत -  सांत

अपना    -  पराया

अचर     -   चर

आदर    -    निरादर

आयात   -     निर्यात

अतिवृष्टि  -   अनावृष्टि

अनुकूल   -  प्रतिकूल

अल्प।     -     प्रचुर

अपव्यय।  -       मितव्यय

अनिवार्य   - एकच्छिक

आवाहन   -     विसर्जन

 

 

समानार्थक शब्द

 

 

शब्द एक ही दूसरे का पर्याय होते हुए भी पूर्ण होते हैं उसके अर्थ में थोड़ा अंतर होता है कुछ शब्दों के अर्थ समान होते हैं पर बिल्कुल एक जैसा नहीं अर्थ और प्रयोग की दृष्टि से इसमें सूक्ष्म अंतर होता है ऐसे शब्द समानार्थक शब्द कहे जाते हैं इन्हें एक अर्थ कहना उचित नहीं है

 

1- अलौकिक -

जो इस लोक में ना मिल सके

 

अस्वाभाविक

जो मानव प्रकृति के विपरीत हो

 

2- अबला -

 

स्त्री जाति के अर्थ में

निर्बला - बलहीन स्त्री

 

3- अहंकार -

 

शक्ति या योग्यता से अधिक समझना

 

 

दर्प -   नियम के विपरीत काम करने पर भी घमंड करना

 

गर्व -  विद्या रूप कला धन आदि का अभिमान होना

 

दम्भ -  अपने को बड़ा दिखाने के लिए आडम्बर

 

अभिमान - अपनी शक्ति या योग्यता को उचित मात्रा में कुछ अधिक समझना

 

गौरव - अपनी शक्ति या योग्यता का उचित ज्ञान

 

घमंड - अपने को बहुत बड़ा और दूसरों को कुछ नही समझना

 

4- अज्ञान - ज्ञान का ना होना

 

अनभिज्ञ - जिसे किसी बात की जानकारी की कमी हो

 

आज्ञ - जो मानता ना हो

 

मूर्ख - जो मोटी बुद्धि के कारण बहुत देर से समझे

 

मूढ़ - जिसमे समझने की शक्ति हो ही नही

 

 

5 - मान - श्रद्धा भाव रखता

 

मद - कोई वस्तु पाकर पागल सा हो जाना

 

6 - अनुरूप - स्वरूप या योग्यता

 

 

मुहावरे -

 

 

मुहावरा अरबी भाषा का शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है रूढ़ वाक्यांश अतः मुहावरे शाब्दिक अर्थ को अभिव्यक्त ना करते है

उदाहरण - दांत खट्टे करना

एक मुहावरा है जिसका शाब्दिक अर्थ बनता है

किसी के दांतों में खट्टे पदार्थ द्वारा खटास पैदा करना।

 

अतः हम बोलचाल की अथवा साहित्यक भाषा मे इस मुहावरे का प्रयोग हैरान के अर्थ में ही करते है.

 

जैसे - भारतीय टीम ने मैच में पाकिस्तानी टीम के दांत खट्टे किये।

 

कला अक्षर भैस बराबर होना किन्तु भाषा मे इस मुहावरे का प्रयोग ऐसे अनपढ़ व्यक्ति के लिए जिसे अक्षर का ज्ञान नही है.

 

 

1- अंगूठा दिखाना - देने से साफ मना कर देना

 

आजकल अपने भाई भतीजे को नोकरी देने के चक्कर मे योग्य पत्रो को अंगूठा दिख देना।

 

 

2- आंखों में धूल झोंकना - धोखा देना

 

आज की युवा पीढ़ी पड़ने के नाम पर  माँ - बाप की आंखों में धूल झोंककर मौज मस्ती करने लग जाती है.

 

 

3 - अपना उल्लू सीधा करना - अपना मतलब निकलना

आजकल के नेता तो बस अपना उल्लू सीधा करने में लगे है.

 

4 - अक्ल पर पत्थर पड़ना - कुछ भी समझ मे ना आना

 विपत्ति की घड़ी में बड़ो - बड़ो की अक्ल पर पत्थर पड़ जाते है.

 

 

5 - अंग - अंग टूटना - पूरे शरीर मे दर्द होना .

मेरा अंग - अंग टूटने की शिकायत सुनकर डॉक्टर ने बताया कि यह ज्वार का पूर्ण लक्षण है.

 

 

 

उदहारण -

 

अपना सा मुह लेकर रह जाना  -  लज्जित होना

आंखे पथरा जाना                     -    स्तब्ध रह जाना

आंखे उठाकर ना देखना       ध्यान ना देना

आंखे दबड़बना                         -   आंसू आ जाना

अड़चन डालना                          -  रुकावट पैदा करना

अक्ल के पीछे लट्ठ लिए फिरना   - मूर्खतापूर्ण कार्य करना

अंधेरे में रखना                    - ठीक स्थिति ना बताना

अंधे के हाथ बटेर लगना     - आयोग व्यक्ति को योग्य वस्तु प्राप्त होना.

अंधे की लकड़ी                         -  एकमात्र सहारा

अंगुली उठाना                           - दोष लगाना

 

 

 

लोकोक्तियां -

 

लोगों के लिए शब्द लोक प्लस युक्ति से मिलकर बना जिसका शाब्दिक अर्थ लोक की युक्ति अर्थात लोगों कथन वास्तव में लोकोक्ति लोगों द्वारा प्राप्त अनुभव का सार है दूसरे शब्दों में अनुभव से प्राप्त सीखो एक वाक्य में कह देना कि लोकोक्ति है इस प्रकार लोगों के निजी अनुभव से प्राप्त सर्व शिक्षा सार्वजनिक होकर जब लोग की संपत्ति बन जाती तब लोकोक्ति कहावत या जन्म श्रुति कहलाती है मुहावरे की भांति लोकोक्ति भी अपने सामान्य अर्थ के बजाय किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते उदाहरण के लिए खोदा पहाड़ निकली चुहिया एक लोकोक्ति है जिसे सामान्य अर्थ बताएं बताता है पूरा पहाड़ खोदने के बाद एक चिड़िया निकली किंतु उसका प्रचलित अर्थ है अत्यंत परिश्रम वाला काम करने के बाद ही बहुत ही कम लाभ मिलना.

 

एक अनार सौ बीमार वस्तु एक ग्राहक अनेक विद्यालय में हिंदी अध्यापिका का एक ही पद रिक्त है परंतु उम्मीदवार 50 से अधिक आप पहुंचे हैं इसे कहते हैं एक अनार सौ बीमार

 

अब पछताए होत का जब चिड़िया चुग गई खेत समय निकल जाने पर पछताने से कोई लाभ नहीं प्रजाति ने पहले तो परिश्रम किया अब उन्हें अनुत्तियां होने पर दुखी हो रहा है भला पछताए होत का जब चिड़िया चुग गई खेत अकेला चना भर नहीं फोड़ सकता अकेला आदमी बड़ा काम नहीं कर सकता राघव ने दहेज न लेने पर तुमने तो उसकी प्रशंसा किया कर की थी कि अवश्य की दया समाप्त हो जाएगी पर वह तो दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है किसी ने सच्ची कहा है अकेला चना पहाड़ नहीं फाड़ सकता

 

अपनी अपनी डफली अपना अपना राज सबका अलग-अलग विचार होना भारत जैसे बहुभाषी देश में यदि हर कोई अपनी अपहनी डफली अपना राग अपना अलापने लगे तो राणा राष्ट्र का ही तो सकेगा और ना यह राष्ट्रभाषा का

 

सौ सुनार के एक लोहार की बलवान की एक चोट निर्बल की 100 चोटों के बराबर है दया के सागर श्री राम तो युद्ध चाहते थे चाहते ही नाइट परंतु अभिमानी रावण के अनेक प्रकारों के जवाब में धर्म और रक्षा के लिए जब उन्होंने एक ही तीर छोड़ा तो आधार में रावण का सिर दर्द से अलग हो गया सच ही है तो सो सुनार की एक लोहार की

 

अंधे के आगे  रोये अपना दीदा खोये

मोर के व्यक्ति को अपना दुख दर्द खाने से अपनी हानि होती है अधजल गगरी छलकत जाए कम ज्ञानवान होते हुए विद्वान होने का दिखावा करना

 

आम के आम गुठलियों के दाम दौरा लाभ अंत भला तो सब भला अच्छे कार्य का परिणाम अच्छा ही होता है आंख के अंधे घाट के पड़े धनवान लेकिन मूर्ख

 

आप बैल मुझे मार जानबूझकर मुसीबत मोल लेना अकेली मछली सारा तलाव अकेला दोस्त व्यक्ति सारे वातावरण को दूषित कर देता है

 

 आप भले तो जग भला दूसरों से अच्छा व्यवहार करने पर दूसरे भी हमसे अच्छा व्यवहार करते हैं.

 

 

अंधा क्या चाहे दो आंख आवश्यक या अभीष्ट वस्तु अचानक या अनायास मिल जाती है तब ऐसा होता है

 

अंधा सिपाही कहानी घोड़ी विधि ने खूब मिलाई जोड़ी जहां दो व्यक्ति हो और दोनों ही एक समान मूर्ख है दोस्त या अवनी हो वहां ऐसा कहते हैं अंधे को अंधेरे में बहुत दूर की सूजी जब कोई मूर्ख मनुष्य बुद्धिमानी की बात कहता है

 

अंधों में काना राजा मोड़ को या ज्ञानियों में अल्पज्ञ लोगों का भी बहुत आदर होता है.

 

अपनी डफली अपना अपना राग कोई काम नियम कायदे से ना करना अपनी पड़ी अपने हाथ अपनी इज्जत अपने हाथ होती है

 

अंत भला तो सब भला प्रणाम अच्छा हो जाए तो सब कुछ अच्छा माना जाता है अपना रख पराया चख निजी वस्तु की रक्षा एवं अन्य वस्तु का उपयोग

 

 

अपनी नींद सोना अपनी नींद जागना - पूर्ण स्वतंत्र होना

 

 

अपने झोपड़े की खैर मनाओ अपनी कुशल देखो

 

अंधा सिपाही कानी घोड़ी विधि ने खूब मिलाई जोड़ी - जहा 2 व्यक्ति हो और दोनों ही एक समान मूर्ख दुष्ट या अवगुणी हो.

 

- बिछु का मंतर ना जाने साँप के बिल में हाथ डाले

-   मूर्खतापूर्ण कार्य करना

 

 

-         बिल्ली ओर दूध की रखवाली

  भक्षक रक्षक नही हो सकता

 

 

-         बांझ क्या जाने प्रसव की पीड़ा

-         पीड़ा को सहकर ही समझा जा सकता है

 

 

-         बाप भला ना भैया सबसे बड़ा रुपैया

-         धन ही सबसे बड़ा होता है

 

 परियायवाची शब्द -

 

1- नाव का पर्यायवाची शब्द क्या है

 Ans - नोका पतंग बेड़ा

 

2 - नर का पर्यायवाची शब्द क्या है

 Ans - मनुष्य जन मानव

 

3- नदी का पर्यायवाची शब्द क्या है

Ans- सरिता तटनी वाहिनी

 

4- जल का पर्यायवाची शब्द क्या है

 Ans - अमृत पानी नीर

 

5- कमल का पर्यायवाची शब्द क्या है

 And - पंकज नीरज

 

6- क्रोध का पर्यायवाची शब्द क्या है

Ans - गुस्सा आक्रोश

 

7- कृपा का पर्यायवाची शब्द क्या है

Ans - उदया अनुग्रह अनुकंपा

 

8- खून का पर्यायवाची शब्द क्या है

Ans - रक्त लहू रुधिर

 

9 - घर का पर्यायवाची शब्द क्या है

Ans - आवास गृह

 

10 - जल का पर्यायवाची शब्द क्या है

Ans - अमृत पानी नीर

 

 

Most important paryayavachi shabd -

 

ü दिन का पर्यायवाची शब्द क्या होता है

ü अंश हिस्सा भाग

 

ü अंग का पर्यायवाची शब्द क्या होता है

ü हिस्सा भाग अंश

 

ü अंधकार का पर्यायवाची शब्द क्या होता है

ü ध्वांत तिमिर तम

 

ü औरत का पर्यायवाची शब्द क्या होता है

ü स्त्री घरवाली जोरू

 

ü आम का पर्यायवाची शब्द क्या होता है

ü आम्र रसाल सहकार


Post a Comment

0 Comments