क्षिप्रा नदी मध्य प्रदेश / शिप्रा नदी उज्जैन

 क्षिप्रा नदी मध्य प्रदेश / शिप्रा नदी उज्जैन

 हेल्लो दोस्तों में एक बार फिर आपका https://www.specialeducationpedia.in पर आपका हार्दिक स्वागत है में आपके सामने क्षिप्रा नदी पर एक महत्वपूर्ण लेख लेकर आया हु. इस टॉपिक से प्रतियोगिता परीक्षायो में प्रश्न आते है यह जानकारी परीक्षा के हिसाब से भी महत्वपूर्ण है/ 








क्षिप्रा मध्यप्रदेश में बहने वाली एक पवित्र नदी है और  प्रसिद्ध और ऐतिहासिक नदी है या भारत की पवित्र नदी में से एक है उज्जैन में कुंभ का मेला इसी नदी के किनारे लगता है 12 ज्योतिर्लिंग में से 1 ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर भी इस नदी की किनारे पर स्थित है उज्जैन शहर इसी नदी के किनारे बसा का है। यह 12 वर्ष में एक बार सिहस्थ का मेला लगता है यह भारत का प्रसिद्ध मेला है जो सिर्फ 4 जगह ही लगता है उसमें उज्जैन प्रमुख है।

प्राचीन ग्रंथो में इसका जिक्र है या धार्मिक दृष्टि से पवित्र नदी है। क्षिप्रा नदी मध्य प्रदेश में बहने वाली एक ऐतिहासिक नदी एवं एक पवित्र नदी है।


क्षिप्रा नदी का उद्गम स्थल


क्षिप्रा नदी का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश के महू छावनी से लगभग 17 किलोमीटर दूर जानापाव की पहाड़ियों से मन जाता है। यह स्थान भगवान विष्णु के अवतार भगवान परशुराम का जन्म स्थान भी मन जाता है. 



क्षिप्रा नदी की उत्पत्ति के बारे में एक पौराणिक कथा का उल्लेख


 हिन्दू धर्मग्रंथो में मिलता है.

बहुत समय पहले भगवान शिव ने ब्रह्मा कपल लेकर बबग्वां विष्णु से भिक्षा मांगने पहुचे तब भगवान विष्णु ने अंगुली दिखाते हुये भिक्षा प्रदान की इस को लेकर भगवान भोलेनाथ नाराज हो गए और जन्होने तुरंत अपने त्रिशूल से विष्णु जी की उस अंगुली पर प्रहार कर दिया अंगुली से रक्त की धारा बह निकली और इस तरह यह रक्त की धार क्षिप्रा नदी में परिवर्तित हो गई. 


 क्षिप्रा नदी के तट पर ऋषि संदीपनी का आश्रम बना हुआ है। जहाँ भगवान विष्णु के 18 वे अवतार भगवान कृष्ण ने अध्यन किया था।


क्षिप्रा नदी तट व स्थित घाट 



रामघाट - 


क्षिप्रा नदी के किनारे स्नान के लिए कई घाट निर्मित है जिसमे से श्रीराम घाट को रामघाट के नाम से जाना जाता है।

यह सबसे प्राचीन घाट है

जिस पर कुम्भ मेले के दौरान श्रद्धालु स्नान करने आते है

कुम्भ मेले के दौरान शहर से लगे घाटो का विस्तार हो जाता है



त्रिवेणी घाट - 


क्षिप्रा घाट पर स्थित नवग्रह मंदिर यात्रियों के लिए  आकर्षण का प्रमुख केंद्र है त्रिवेणी घाट पर ही क्षिप्रा खान नदी का संगम है 



गऊ घाट-


सिहस्थ मेले के दौरान श्रद्धालु बिभिन्न घाटो पर एकत्रित होते है ये घाट आकर्षण का केंद होते है ।



मंगल नाथ घाट-


यह प्रसिद्ध मंगलनाथ मंदिर के पास क्षिप्रा नदी के दाएं एवं बाये किनारे पर स्थित है। सिहस्थ महाकुम्भ पर्व पर यहां श्रद्धालु स्नान करने आते है




दत्त अखाड़ा घाट - 


यह घाट उज्जैन बड़नगर मार्ग पर छोटी रपट के बायें किनारे पर स्थित है ।

श्रद्धालु के स्नान के  लिए यह घाट का निर्माण किया गया है।




चिंतामन घाट - 


यह घाट उज्जैन चिंतामन मार्ग पर स्थित सड़क के बड़े पुल के पास रेलवे के लाल पल के नीचे क्षिप्रा नदी के बाये किनारे पर स्थित है।



क्षिप्रा नदी का महत्व


हिन्दू धर्म ग्रंथो में अनेक पवित्र नदियों की महिमा बताई गई है। भारत मे अनेक प्रसिद्ध नदिया गंगा नर्मदा यमुना कावेरी ऐसी कई नदिया है। जो बहुत ही प्रसिद्ध है।इसी नदी के तट पर सिहस्थ का मेला लगता है। 


- इसी नदी के तट पर उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग शक्ति पीठ हरसिद्धि अमित वैट वृक्ष जिसे अनेक धार्मिक स्थल इसी नदी के किनारे स्थित है।


- स्कन्द पुराण में भी क्षिप्रा नदी की महिमा बताई गई है। यह नदी अपने उद्गम स्थल से बहते हुये चम्बल नदी में मिलती है मान्यता है कि प्राचीन समय मे इसे तेज वहाव के कारण ही इसका क्षिप्रा रख गया है।


-क्षिप्रा नदी के किनारे स्थित संदीपनी आश्रम में भगवान श्री कृष्ण बलराम ओर उनके प्रिय सुदामा ने विद्या का अध्यन किया था इसके साथ राजा भरतरी और गोरखनाथ गुरु गोरखनाथ ने भी इस पवित्र नदी के तट पर तपस्या की थी


- उज्जैन नगर को शिव की नगरी माना जाता है यह शिवरात्रि महापर्व के साथ ही कार्तिक पूर्णिमा और दशहरा के लिए श्रद्धालु क्षिप्रा में स्नान के  लिए बड़ी संख्या में आते हैं. 




क्षिप्रा नदी का इतिहास -


शिप्रा नदी का उद्गम जानापाव पहाड़ी से हुआ 

यह पहाड़ी विंध्याचल पर्वत बांग्ला के पहाड़ी मानी जाती है

शिप्रा नदी मध्य प्रदेश के धार के उत्तर में काकड़ी बड़ी पहाड़ियों से निकलती है और चंबल नदी में शामिल होने के लिए मालवा पठार के उत्तर में बहती है

शिप्रा नदी की लंबाई 195 किलोमीटर है शिप्रा नदी उज्जैन में 93 किलोमीटर बहती है शिप्रा नदी इसके बाद दक्षिण दिशा में बहती मालवा के पत्थर पर रतलाम और मंदसौर को छूकर चंबल नदी में मिल जाती है शिप्रा नदी का सबसे लोकप्रिय घाट रामघाट है



शिप्रा नदी के किनारे बसे प्रमुख नगर -


शिप्रा नदी के तट पर उज्जैन शहर बसा हुआ हैइसके बाद रतलाम ओर मंदसौर में बहती है





GK Questions for all competitive Examination -


Q-1 बालाघाट किस नदी के तट पर बस है


 -  बेनगंगा 



Q-2 नर्मदा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी कोनसी है


 - तवा नदी



Q-3 कपिलधारा झरना किस नदी पर स्थित है


 - विंध्याचल एवं सतपुड़ा पर्वत श्रंखला के बीच कोनसी प्रमुख नदी बहती है


Q-4 दक्षिण की ओर से मिलने वाली गंगा की प्रमुख सहायक नदी कौन सी है.   

                           

  -   सोन नदी


Q-5 मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा जलप्रपात कौनसा है 


 -   चचाई जलप्रपात


Q-6 मध्य प्रदेश की कौन सी नदी सीधा जाकर गंगा नदी से मिलती है


 -     सोन नदी


Q- 7 महेश्वर किस नदी के तट पर स्थित है 


 -      नर्मदा नदी


 Q-8 मध्य प्रदेश तथा राजस्थान की सीमा का निर्धारण कौन सी नदी करती है 


 -   चंबल नदी

 


Q-9 शिप्रा नदी किस नदी की सहायक नदी है


  -    चंबल नदी 


Q-10 चंबल नदी का उद्गम कहां से होता है 


 -    महू इंदौर



 Q-11 शिप्रा नदी का उद्गम कहां से होता है.  


 -.       इंदौर के काकडी बड़ली नामक स्थान से



 Q-12 ताप्ती नदी का उद्गम स्थल     

     

 -.       बेतूल



Q-13 किस नदी भगवान शिव की पुत्री कहा जाता है 


 -      नर्मदा नदी



Q- 14 मध्य प्रदेश की सबसे लंबी नदी कौन सी है 

   -     नर्मदा नदी



Q-15 संगमरमर किस नदी किनारे पाया जाता है  

   

  -      नर्मदा नदी



Q-16 किस नदी को मध्य प्रदेश की जीवन रेखा कहा जाता है  


  -.     नर्मदा नदी



Q-17  बेतवा नदी किस नदी में जाकर मिलती है  


    -    यमुना नदी



Q-18 चचाई जलप्रपात किस नदी पर स्थित है


    -   बीहड़ नदी


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