ई-मेल क्या है हिंदी में,
email kya hai Hindi me,
Meaning of Electronic Mail or E-
Mail (ई-मेल से आशय )
वर्तमान समय में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया E-Mail संचार का एक महत्वपूर्ण माध्यम हो गया है ईमेल संदेश संप्रेक्षण की एक ऐसी विधि है जिससे प्रेषक वा प्राप्तकर्ता कंप्यूटर द्वारा इंटरनेट के माध्यम से संबंध स्थापित कर सकते हैं
तकनीकी रूप से ईमेल एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक डॉक्यूमेंटो को इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रेषित करने का माध्यम है
इलेक्ट्रॉनिक मेल ईमेल इलेक्ट्रॉनिक
कम्युनिकेशन सिस्टम संचार माध्यम से कंपोजिंग करने भेजने संग्रहित करने तथा प्राप्त करने की विधि है
दूरसंचार द्वारा कंप्यूटर संग्रहित सूचनाओं के आदान-प्रदान को ईमेल कहा जाता है इलेक्ट्रॉनिक मेल उस नेटवर्क संचार तकनीक का प्राकृतिक उपयोग है
जो इंटरनेट के साथ विकसित की गई थी ईमेल के द्वारा हम व्यक्तिगत व व्यापार संबंधी सूचनाओं को चित्रों व अन्य जानकारी के साथ प्रेषित कर सकते हैं प्राप्त कर सकते हैं भेज एक्ट है।
जब कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को ईमेल भेजना है तो प्राप्तकर्ता को ईमेल तुरंत प्राप्त नही नहीं होता परंतु यह प्राप्तकर्ता के कंप्यूटर के सेकेंडरी स्टोरेज में सेव हो जाता है उपयोगकर्ता के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में विभक्त रहता है इन बाटे हुए क्षेत्रों को ईमेल बॉक्स कहा जाता है,
ईमेल प्राप्तकर्ता सुविधा पूर्ण समय पर अपने ईमेल बॉक्स को चेक कर सकता है
# E- Mail Address# ई - मेल एड्रेस
ईमेल एड्रेस कंप्यूटर उपयोगकर्ता यूजर के नाम पर ढोने का संयोजन होता है ईमेल संदेशों के आदान-प्रदान के लिए ईमेल एड्रेस एक व्यक्ति की पहचान कराता है सामान्यतः ईमेल एड्रेस रहता है
1 :- ( User Name ) यूजरनेम -
यूजरनेम व्यक्ति की पहचान को प्रदर्शित करता है प्रत्येक इंटरनेट पर दूसरों का एक ऐसा नाम नहीं हो सकता इसे प्रमाणित होता है कि इंटरनेट पर एक विवर का केवल एक अलग ईमेल एड्रेस होता है जो किसी दूसरे की वजह से नहीं मिलत
2 :- ( Symbol @) चिन्ह -
ईमेल एड्रेस में एट द रेट चेंज यूजर को उसके ईमेल बॉक्स लोकेशन से संबंध करा था यदि ईमेल एड्रेस में एड्रेस चेंज नहीं है तो वह ईमेल एड्रेस नहीं होगा
3:- ( Domain) डोमेन -
नाम उपयोगकर्ता के ईमेल खाते की सुविधा देने वाले सरवर को दर्शाता है
4:- (Genral) सामान्य -
यह ईमेल में छोड़ें जाने वाले 3 अक्षरों का विस्तार होता है
ई-मेल द्वारा दी जाने वाली सेवाएं एवं ओर उसकी क्या खास बात होती है -
# ईमेल सॉफ्टवेयर द्वारा सामान्य उपयोगिता को निम्नलिखित सेवाएं प्रदान की जाती है जो ईमेल की विशेषता भी कहलाती है #
1:- (Composing Message) मैसेज कंपोज करना -
ईमेल सॉफ्टवेयर वे अक्सर को विभिन्न फलों की सहायता से स्ट्रूप से मैसेज कंपोज करने सुविधा प्रदान करता है ईमेल सॉफ्टवेयर योगिता को कंपोज किए गए मैसेज को भेजने से पूर्व उसकी स्पेलिंग को चेक करने के लिए स्पेल चेक की सुविधा भी प्रदान करता है
2 :- (Address Book) ऐड्रेस बुक -
ज्यादातर ईमेल सॉफ्टवेयर के साथ एड्रेस बुक में E-Mail एड्रेस बुक में प्रयोक्ता द्वारा
उन व्यक्तियों के ईमेल एड्रेस नोट किए जाते हैं जिन्हें आप प्रयोक्ता प्रायः ईमेल भेजे जाते हैं एक बार एड्रेस नोट करने के उपरांत बार-बार टाइप करने एवं टाइपिंग में होने वाली त्रुटि की की असुविधा से बचा जा सकता है,
3:- (Receiving Message) मैसेज प्राप्त करना -
प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक नहीं होता है कि प्रवक्ता उस समय कंप्यूटर पर ही बैठा हूं ईमेल सर्विस प्रोवाइडर को आने वाले सभी मैसेज को संभाल कर रखता है तथा प्रयोग के द्वारा अपने ईमेल अकाउंट को चेक करते समय इस मैसेज को उसके समक्ष प्रस्तुत करता है
4:-(Replying to the Received Mails ) मैसेज का रिप्लाई देना -
ई-मेल software प्रयोक्ता को मैसेज को दोबारा टाइप ना करने की सुविधा प्रदान की जाती है कि वह प्राप्त मैसेज का जवाब दे सके, इस सुविधा के द्वारा के उन सभी लोगों को एक साथ जवाब भेजा जा सकता है जिन्हें भी मूल मैसेज प्राप्त हुआ है ,
5:- (Forwading of message ) मैसेज को फॉरवर्ड करना -
ईमेल सॉफ्टवेयर को मैसेज को दोबारा टाइप ना करने की सुविधा प्रदान करता है इसके अंतर्गत प्रयुक्त मैसेज से आवश्यकतानुसार बदलाव करके अथवा बिना बदलाव किए ही उस मैसेज को आनी व्यक्तियों को फॉरवर्ड भेज सकता है
6:- (Printing of Message) मैसेज को प्रिंट करना -
ई-मेल सॉफ्टवेयर मैसेज भेजने की सुविधा के साथ-साथ प्रयोक्ता को उस मैसेज को प्रिंट कर उनकी पेपर कॉपी प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है,
7:- (Maintaing or Arranging the Messages ) मैसेजों को व्यवस्थित करना -
प्राय सभी ई-मेल सॉफ्टवेयर उन मैसेज को स्टोर कर लेते हैं जो प्रयोक्ता द्वारा भेजी गई है प्राप्त की गई है तथा डिलीट कर दी गई है इन्हें प्रयोक्ता अलग अलग फोल्डर में रख सकता है इस प्रकार प्रयोक्ता द्वारा सारे मैसेज को व्यवस्थित कर उनका बाद में पुननिरीक्षण भी किया जा सकता है तथा व्यवस्थित मैसेजों जो को नियमित रूप से डिलीट भी किया जा सकता है,
Advantage of E- Mail
ई-मेल के लाभ
1:- ई-मेल में कागज की आवश्यकता नहीं होती इसमे मैसेज इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रेषित होता है
2:- परंपरागत टेलीग्राफ कोरियर तथा फैक्स मेल आदि की तुलना में ईमेल संचार का एक सस्ता साधन है,
3:- यह अन्य संचार साधनों की तुलना में अच्छा होता है,
4:- ई-मेल एक विश्वसनीय संचार का माध्यम होता है,
5:- टेलीफोन बातचीत के विपरीत ई-मेल संचार में दूसरे व्यक्ति या पार्टी की उपस्थिति की आवश्यकता नहीं होती है,
6:- ईमेल में मल्टीमीडिया डिलीवरी संभव होती है
7:- ई-मेल पर अन्य संचार साधनों की तुलना में अधिक सुरक्षा रहती है
8:- इसमें एक समान मैसेज एक ही समय में विभिन्न उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट पर प्रेषित किया जा सकता है ,
(Limitations of E-mail )
ई-मेल की सीमाएं हानियां
ई-मेल यहां एक और हमारे लिए बहुत उपयोगी संचार सुविधा है, वहीं दूसरी और इसकी कुछ सीमाये ओर कुछ हानिया भी हैं जिसे हम इस प्रकार समझने का प्रयास करेंगे।
1:- व्यक्तिगत जानकारी की चोरी
यदि हम इंटरनेट पर ईमेल का प्रयोग करते हैं तब हमारी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम पता आदि का किसी अनजाने व्यक्ति द्वारा चोरी किए जाने का भय रहता है कोई अन्य व्यक्ति इसका दुरुपयोग कर हमें परेशानी में डाल सकता है
2 स्पामिंग
अधिक मात्रा में किसी को अनचाहे ईमेल भेजने के कार्य को स्वामी का जाता है ईमेल निरर्थक होते हैं तथा पूरे तंत्र के कार्य में बाधक बनते हैं
3 ईमेल वायरस
ज्यादातर संदेश वायरस फैलाते हैं यह भारत फाइल के साथ जुड़े होते हैं जो पूरे तंत्र को खराब कर उसकी संचालन प्रक्रिया में बाधक बनते हैं
(POP Based E-mail Service)
पीओपी पाप आधारित ईमेल सेवाएं
पीओपी का आशय या मतलब -
पोस्ट ऑफिस प्रोटोकॉल ( post office protocol) emailअकाउंट एक तरह का पोस्ट ऑफिस बॉक्स होता है जिसकी चाबी या पासवर्ड प्रयोक्ता के पास होती है तथा प्रयोक्ता को भेजे गए मेल जहां उस समय तक संग्रहित रहते हैं जब तक कि प्रयोक्ता द्वारा उसे प्राप्त नहीं किया जा सकता विश्व के अधिकांश इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर अपनी इमेल सेवाओं में पीओपी प्रोटोकॉल का उपयोग करते हैं पोस्ट ऑफिस प्रोटोकोल वर्जन 3 (pop3) इंटरनेट के लिए एक मानक है यह क्लाइंट सर्वर प्रोटोकोल है जिसमें क्लाइंट के ईमेल इंटरनेट द्वारा प्राप्त कर उसे सुरक्षित रखा जाता है ईमेल क्लाइंट आउटलुक एक्सप्रेस माइक्रोसॉफ्ट इंटरनेट एक्सप्लॉरर कम्युनिकेटर समर्थक है एड करने के लिए माइक्रो प्रदान करते हैं (pop3) मेल सर्विस ई-मेल संदेशों को सर्वर पर उस समय तक संग्रहित करती है जब तक कि एक मेल क्लाइंट जैसे - नेटस्कैप, आउटलुक, एक्सप्रेस, आदि का प्रयोग कर उन्हें डाउनलोड नहीं किया जा सकता कोई संदेश जैसे ही डाउनलोड होता है वैसे ही वह ईमेल सर्वर में डिलीट हो जाता है तो कम से कम संगठित हो जाता है इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर सामान्यता अपने इंटरनेट डायलॉग पैकेज के अनुरूप 1 से 10 तक (pop3) ई-मेल अकाउंट प्रदान करते हैं इस सुविधा में या लाभ है कि हमको एक से अधिक (pop3) एड्रेस रखने के अवसर उपलब्ध होते हैं
(Web based E-mail account )
वेब आधारित ईमेल खाता -
देवधारी जीमेल खाता ईमेल क्लाइंट को बैग उपयोगकर्ता के रूप में साबित करने को बताता है यह उपयोगकर्ताओं को एक भी ब्राउज़र के माध्यम से उसके ईमेल प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है सामने तो कुछ शब्दों को छोड़कर अधिकांश का एक बैग मेल प्रोवाइडर अपने उपयोगकर्ताओं को सर्विस सरवर पर संग्रहित कर के एमएलए को प्राप्त करने की अनुमति प्रदान करता है बेमेल शब्द का प्रयोग एक ऐसी ईमेल सेवा के लिए किया जाता है जो एक वेबसाइट ईमेल सर्विस जो सामान्य इंटरनेट से जुड़ी होती है के विपरीत द्वारा प्रदान की जाती है वर्तमान में सबसे लोकप्रिय प्रोवाइडर में जीमेल याहू मेल हॉट में सम्मिलित हैं या भी संभव है कि वेब सर्वर एक बार वेबमेल सॉफ्टवेयर चलाना पड़े व्यवसायिक मेल आउटलुक वेब एक्सेस ब्लू एवरी कथा शिक्षण संस्थान अपने शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को ईमेल अकाउंट उपलब्ध कराने के लिए और डे आई एम पी ओपन सोर्स वेबमेल राउंडक्यूब जिंबरा तथा एसक्यूएल मेल जैसे वेबमेल सॉफ्टवेयर प्रदान करते हैं कई इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर भी अपने ग्राहकों को वेबमेल उपलब्ध कराते हैं
( Basis of sending and Receiving E-mail)
ईमेल भेजने एवं प्राप्त करने के आधार -
वर्तमान विभिन्न वेबसाइट निशुल्क ईमेल सेवाएं प्रदान करती है इस साइट में -
याहू मेल
ओल्ड मेल एंटी
टाइम डॉट कॉम ,
रेडिफ डॉट कॉम,
तथा जीमेल डॉट कॉम,
प्रमुख है हमें हमें ईमेल प्रेषित करने तथा प्राप्त करने के लिए सबसे पहले इन में से किसी एक वेबसाइट में चयन करना होता है इसको अपने वेब ब्राउज़र की एड्रेस बार पर टाइप करके गो पर क्लिक करते हैं तो कंप्यूटर के मास्टर की स्क्रीन पर वेब पेज दिखाई देने लगता है इस वेब पेज को यूजरनेम के नाम सामने वाले खाने में हम अपने ईमेल एड्रेस का पहला भाग टाइप करते हैं जबकि उसके नीचे पासवर्ड के सामने वाले हैं खाने में हो अपना पासवर्ड टाइप करते हैं जो हमने अपना ईमेल पता बनाते समय चेंज किया था इसी के सामने साईनाथ पैटर्न पर माउस से क्लिक किया जाता है तो इस स्क्रीन पर मैसेज कंपोनेंट विंडो या ईमेल क्लाइंट विंडो प्रदूषित होती है मैसेज कंपोनेंट विंडो के मुख्य रूप से मैसेज भाग होते हैं
1:- फोल्डर पेन -
नेटस्कैप नेविगेटर की सहायता से मेन फोल्डर के भीतर ईमेल संगठित होते हैं
2:- इनबॉक्स -
यह अपने को प्राप्त करने वाले मेलों को संग्रहित करता है
3:- आउटबॉक्स - यह अपने द्वारा भेजे जाने वाले मेलों को संग्रहित करता है
A- सेंड आइटम -
इसके भीतर हमारे द्वारा भेजे गए मिलोगी कॉफी संग्रहित होती है
B - डिलीटेड आइटम -
इसके अंदर में संदेश रहते हैं जो डिलीट किए जा चुके हैं
4:- मैसेज हेडर पेन -
इसके अंदर चयनित फोल्डर के अंदर रहने वाले मैसेज ओं की सूची रहती है
5:- मैसेज कंपोज -
मैसेज कंपोज के अंतर्गत क्षेत्र फील्ड सम्मिलित है
A:- To -
इस क्षेत्र में ईमेल प्राप्तकर्ता का पता लिखा जाता है
B:-- CC -
यह शब्द कार्बन कॉपी के लिए प्रयुक्त होता इस क्षेत्र के अंतर्गत हम उस व्यक्ति का ईमेल पता टाइप करते हैं जिसको हमें मैसेज की कॉपी प्रेषित करनी होती है
C: - BCC -
यह शब्द क्लाइंट कार्बन कॉपी के लिए प्रयुक्त होता इस क्षेत्र के अंतर्गत मैसेज के कॉपी वास्तविक ईमेल प्राप्त करता हूं बिना बताए किसी दूसरे व्यक्ति को भेज दी जाती है इसके लिए हमें उस व्यक्ति का ईमेल पता इस क्षेत्र में लिखना होता है
4:- Subject -
इसमें प्रेषित किए जाने वाले संदेश का उद्देश्य टाइप करना होता है
इसके अलावा मेनू के अंदर view ऑप्शन चुनकर कुछ क्षेत्रों को भी डिस्प्ले करा सकते हैं
जैसे -
1:- From - इसमें हमें ईमेल प्रेषित करने वाले का पता टाइप करना होता है
2:- Replay To - इसमे जन व्यक्तियों के पत्ते रहते हैं जिनको ईमेल पर उत्तर भेजना होता है
(Sending an E-mail)
ईमेल प्रेषित करना
1:- कंपोज मैसेज कमांड को लोकेट करना -
ईमेल भेजने के लिए सर्वप्रथम कंपोज कमांड का प्रयोग करना होता है
कंपोज हमारे ईमेल क्लाइंट के मैन्युअल या टूलबार में होती है
इसे हमें फ़ाइल या Message Menu में देखना चाहिए
2:- ईमेल संदेश प्राप्तकर्ता का पता-
इसके लिए हमें अपना कर्सर To लाइन पर ले जाकर संदेश प्राप्तकर्ता का ईमेल पता टाइप करना होता है
उदाहरण के लिए
लोकेश 8 gmail.com
3:- स्वयं के लिए संदेश के प्रति रखना -
इसके लिए हमें अपना कर्सर तो लाइन पर ले जाकर वहां अपना ईमेल पता टाइप करना होता है
ऐसा करने के बाद हमें संदेश की कॉपी या प्रति स्वयं के लिए रखनी होती है
4:- संदेश का एक सब्जेक्ट देना -
सब्जेक्ट बॉक्स का उपयोग संदेश या पत्र की विषय वस्तु का अति सापेक्ष में विवरण लिखने के लिए होता है
इसके लिए कर्सर को सब्जेक्ट लाइन पर रखकर ईमेल की प्रमुख बेसिक्स को टाइप करना होता है
5:- संदेशों कंपोज करना -
संदेश लिखने के लिए हमें कर्सर को मैसेज फील्ड में ले जाना होता है
जहां मैं शीर्षक हेडिंग के नीचे पर्याप्त खाली स्थान मिलता है
उदाहरण के लिए -
हमें पहले टाइप किया हेलो Ram Ram इसके बाद हमने Enter दबाया तथा इसके बाद लिखा kese ho kya ho rha he हमें जो भी लिखना चाहते हैं लिख सकते हैं तथा नीचे अपना नाम लिख सकते हैं
6:- सेंड पर क्लिक करना -
ईमेल संदेश को भेजने के लिए Menu बार में Send कमांड को क्लिक करना होता है
इसके अतिरिक्त ईमेल भेजने से पहले हमें निम्नलिखित तीन ईमेल संदेशों के अनुपालन को सुनिश्चित करना चाहिए
1:- ईमेल संदेश को प्रेषित करने से पूर्व उसको पुनः पढ़ना तथा गलतियों को सुधार करना
2:- ईमेल संदेश की स्पेलिंग चेक करना इसके लिए हमें प्रोग्राम को इस प्रकार सेट करना चाहिए कि संदेश प्रेषित होने से पूर्व इसके शब्दों की स्पेलिंग स्वयं check हो जाए ;
3:- ईमेल संदेश लिखते समय हमारा मन शांत होना चाहिए
(Receiving and Reading E-mail)
ईमेल प्राप्त करना एवं पढ़ना
जब हम अपने कंप्यूटर पर प्राप्ति में संदेश चेक करते हैं तो हमारा ईमेल प्रोग्राम इंटरनेट के माध्यम से ईमेल सर्वर से जुड़ जाता है आने वाले मेल को डाउनलोड करने और वह हमारे ईमेल एप्लीकेशन के इनबॉक्स में भंडारित हो जाता है;
ईमेल संदेश को पढ़ने के लिए निम्न दो दिशानिर्देशों को ध्यान में रखना आवश्यक होता है
1:- छांटना -
यदि हमारे कंप्यूटर के इनबॉक्स में प्राप्त ईमेल को डांटा रिसीव द्वारा अनुसूचित नहीं किया गया है तो कॉलम शीर्षक पर क्लिक करके उन्हीं मेल को साथ लिया जाता है इस नवीन ईमेल लिस्ट में नीचे व्यवस्थित हो जाते हैं कलम शीर्षक पर पुनः क्लिक करने पर नवीन ईमेल लिस्ट में सबसे ऊपर आ जाता है यही नहीं प्राप्त ईमेल को प्रेशर के आधार पर बांटा जा सकता है
2:- चेक करना -
सामान्यता अपने चेक मेलबॉक्स को सेट करना शुभ माना जाता है इससे हमारे ईमेल सर्वर के प्रत्येक 15 मिनट पर स्वचालित रूप से जुड़ने के फीमेल चेक होता रहता है हम किसी भी समय अपने ईमेल को विशेष रूप से भी चेक कर सकते हैं
ई-मेल का उत्तर देना
(Replying to E-mail)
ईमेल का उत्तर देना प्राय अनौपचारिक का संक्षिप्त होता है हम किसी ईमेल का उत्तर देने के लिए सबसे पहले मेनू आइटम में कंट्रोल के साथ और कुंजी को दबाकर अथवा रिप्लाई ऑप्शन का चयन करते हैं ऐसा करने से उनके दो महत्वपूर्ण कार्य होते हैं
1:- संबंध व्यक्ति का ईमेल एड्रेस टू वाले फील्ड में अपने स्थानांतरित हो जाता है
2:- मूल ईमेल की एक प्रति अपने आप रिप्लाई ईमेल में आ जाती है जिससे प्रत्येक लाइन के प्रारंभ में" ^" जैसा रिप्लाई कैरेक्टर आ जाता है एक विस्तृत ईमेल में कभी-कभी प्राप्त ईमेल के प्रत्येक पूछे गए प्रश्न के नीचे एक खाली लाइन छूट जाती है इसे प्राप्त ईमेल का उत्तर लिखना होता है
उदाहरण -
मेल का उत्तर देने के लिए निम्न पांच चरणों को पूरा करना पड़ता है -
1:- मेल मैसेज पर क्लिक करना
ईमेल का उत्तर देने के लिए
हमें इन चारों तरीकों को विभिन्न नेताओं को समझना आवश्यक है -
इनबॉक्स में इनमें से किसी भी एक तरीका का चयन कर मेल मैसेज पर क्लिक करना होता है
दूसरा क्लिक रिप्लाई इमेल प्राप्त करने वाले व्यक्ति का नाम
2:- लाइन के अंतर्गत लिखा जाता है रिप्लाई बटन क्लिक करने पर या उसी व्यक्ति को उत्तर देते हैं जिसे ईमेल प्रेषित किया है,
3:- रिप्लाई ऑल बटन क्लिक करना एक से अधिक ईमेल प्राप्त करता होने पर रिप्लाई ऑल बटन को क्लिक किया जाता है ,
4:- पावर बटन को क्लिक करना ऐसा करने पर ईमेल की कॉपी एक नए ईमेल में आ जाती है जिससे हम उसी मेल मैसेज को किसी दूसरे व्यक्ति को भेज सकते हैं इसके लिए हमें उस व्यक्ति के ईमेल एड्रेस को लिखना आवश्यक होता है
5:- रीडायरेक्ट बटन को क्लिक करना रेड बटन को क्लिक करना होता है जैसे ईमेल प्रेषित करने वाले व्यक्ति व्यक्ति ईमेल मैसेज का उत्तर यदि किसी व्यक्ति को प्रेषित करना चाहते हैं तो हमें उसके लिए उसका ईमेल एड्रेस टाइप करना होता है
( Send Attechment )
अटैचमेंट भेजना
हम अपनी इच्छा अनुसार चयनित फाइल को ईमेल के साथ जोड़कर प्रेषित कर सकते हैं इसके लिए हमें आउटलुक एक्सप्रेस प्रोग्राम में टूर बार के अंतर्गत अटैच बटन को क्लिक करना होता है इस प्रक्रिया से हम अपनी रूचि के अनुसार फाइल को मेल के साथ जोड़कर आसानी से मेल भेज सकते हैं अधिक अधिकांश प्रोग्राम में एक से अधिक फाइल जोड़ने की अनुमति प्रदान करते हैं
फ्री ईमेल प्रोवाइडर कौन-कौन से उनका नाम बताइए -
वरदान का वेबसाइट आजकल निशुल्क ईमेल सेवाएं प्रदान करती है इन्हें फ्री ईमेल प्रोवाइडर कहा जाता है इन पर हम अपना ईमेल आईडी बनाकर इनकी सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं
वेब आधारित प्रमुख निशुल्क ईमेल प्रोवाइडर निम्नानुसार है
पहला www.hotmail.com
दूसरा www.rediffmail.com
तीसरा www.gmail.com आदि
( E-Mail Ethics )
ईमेल एथिक्स
ई-मेल को भेजना ठीक है सही होता है जैसे किसी को पत्र लिखना है जब हम किसी को कोई व्यक्तिगत या व्यावहारिक पत्र लिखते हैं तो हमें कुछ अलिखित नियमों का अनुपालन करते हैं पत्र लिखना एक कला होती है जो केवल संदेश का संचार ही नहीं करती वर्णन पत्र प्रेषित करने वाले व्यक्ति के मोड तथा संवेदना को भी संचालित करती है पत्र लिखने के यही अलिखित नियम एथिक्स यह संचार नीति कहलाते हैं क्योंकि ईमेल भी पत्रों के समकक्ष होते हैं आता पत्र लेखन के अलिखित नियम ईमेल लेखन में भी लागू होते हैं इंटरनेट पर एथिक्स को 90 क्यूटी कहा जाता है जब हम इंटरनेट पर किसी परिचित या अपरिचित व्यक्ति से परस्पर संदेशों का आदान प्रदान कर रहे होते हैं तो हम कुछ आवश्यक नियमों को या नैतिक युवतियों का अनुपालन करना उषा होता है
इस संदर्भ में कुछ महत्वपूर्ण क्यूटिया निम्नलिखित हैं -
1:- ई-मेल संदेश में अधिक बड़े या बोल्ड अक्षरों का प्रयोग नहीं करना चाहिए सुविधा पूर्ण रूप से बोल्डर किसी विशेष शब्द का गठन के लिए प्रयुक्त होते हैं अधिकारों का प्रयोग करने आने जैसा होता है
2:- सब्जेक्ट फील्ड को खाली नहीं छोड़ना चाहिए यदि हम इस फील्ड को खाली छोड़ते हैं तो यह प्रतीत होता है कि हमें कुछ या नहीं
3:- ऑफिशल मेल या किसी बड़े व्यक्ति को मेल भेज रहे होते हैं तो हमें एक्रोनीम्स का प्रयोग नहीं करना चाहिए
4:- संदेश के ड्राफ्ट को हमेशा करना चाहिए गलतियों के लिए हमें इस पर का प्रयोग मेल भेजने से पहले अवश्य कर लेना चाहिए मेल लिखते समय हमें शांत रहना चाहिए ई-मेल को भेजना चाहिए आवश्यक रूप से किसी को मेल करना उसके लिए परेशान करने वाला हो सकता है नहीं भेजना चाहिए हमें याद रखना चाहिए यदि हम अपने संदेश में कुछ बिंदुओं पर विवरण प्रस्तुत करना चाहते हैं तो हमें विवरण हमें छोटे-छोटे टुकड़ों में नंबर डाल कर देना चाहिए
मेल प्रेषित करने से पूर्व उसे एक बार अवश्य पढ़ लेना चाहिए,
हमें अपने इंटरनेट पर प्राप्त ईमेल को सतत रूप से देखते रहना चाहिए यदि हम को भेजे गए ईमेल की प्राप्ति का प्रमाण है उत्तर तो हमें शीघ्र ही भेजना चाहिए बार-बार मेल प्रेषित करने से पूर्व हमें यह सुनिश्चित करना आवश्यक होता है कि हम जो विषय वस्तु प्रेषित करना चाह रहे थे वह बातों में प्रेषित हुई है या नहीं हमें या याद रखना चाहिए कि ईमेल परेशान एक बंदूक के फायर की गई गोली की तरह है जिसे छोड़ने के बाद वापस नहीं किया जाता सकता ।
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दोस्तों हम इस आर्टिकल में हमने सीखा ईमेल क्या होता है, ईमेल कैसे काम करता हे , ईमेल के फायदे नुकसान ,विशेषताए , इस पोस्ट द्वारा आपने जाना होगा ,ईमेल कैसे काम करता हे , आशा करता हु दोस्तों आपको यह जानकरी बहुत अच्छी लगी होगी। दोस्तों आपको यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी। धन्यवाद
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